कुछ पाना, कुछ खोना दस्तूर है जिन्दगी का,
यही एक किस्सा मशहूर है जिनदगी का, बीते हुए पल लौट कर नहीं आते,
यही सबसे बड़ा कसूर है जिन्दगी का।
बदलते लोग,बदलेते रिश्ते,
और बदलता मौसम,चाहे दिखाई ना दे
मगर महसूस जरूर होता हैं,
जिंदगी में सब कुछ दोबारा पा सकते हो.. लेकिन वक्त के साथ खोया हुआ रिश्ता और भरोसा कैसे पाओगे ?
मैं ठीक हूं यह तो किसी से भी कह सकते हो, लेकिन मैं परेशान हूं यह कहने के लिए कोई खास होना चाहिए
जिंदगी में खुश रहना चाहते हो तो खुद से प्यार करना सीखो