किसी से प्यार कर लो और तजुर्बा कर लो यह रोग ऐसा है जिसमें दवा नहीं लगती…!
लावो को छूकर यू बहकाया ना करो, जो ख्वाबों में आकर इस माहकाया ना करें ।
इत्तेफाक से तो नहीं, हम दोनों टकराए, कुछ तो साजिद खुदा की भी होगी ..!!
ज्यादा तो कुछ नहीं जानता मैं, मोहब्बत के बारे में, बस तुम सामने आते हो तो, तलाश खत्म हो जाती है..!
इतना तो किसी ने तुम्हें चाहा भी नहीं होगा, जितना मैंने सिर्फ सोचा है तुम्हें।