जिदिंगी में दो ही लोग असफल होते हैं एक वो जो सोचते हैं
लेकिन करते नहीं दूसरे वो जो करते हैं।
पर सोचते नहीं
किसी ने सच ही कहा है,
वो इंसान आपका मोल कभी नहीं समझ पायेगा जिसके लिए आप।
हमेशा हाजिर रहते हो…!
“हर किसी के अंद़र अपनी ताकत और अपनी कमज़ोरी होती है
मछली जंगल मे नहीं दौड सकती और शेर पानी मे राजा नहीं बन सकता
इसलिए अहमियत सभी को देनी चाहिए”
मुख्त सर सी जिंदगी के भी अजीब फसाने है
यहाँ तीर भी चलाने हैं ओर परिंदे भी बचाने हैं.!!
प्रयास छोटा ही सही
लेकिन लगातार होना चाहिए, बारिश की बूंदे भले ही छोटी हो,
लेकिन उनका
लगातार बरसना बड़ी नदी का
बहाव बन जाता है.