कोई चांद सितारा है। तो कोई फूल से प्यारा है
जो दूर रहकर भी हमारा है।
वो नाम सिर्फ तुम्हारा है
मेरे सजदे की दुआए
तुम क्या जानो हमदम
सर झुका तो तेरी खुशी मांगी हाथ उठे तो तेरी जिंदगी
सांसे तो रोक लूं मैं….ये तो मेरे बस में है।
पर तेरी याद को कैसे रोक लूं तू तो मेरी नस नस में है
चाहत के ये कैसे अफ़साने हुए,
खुद नजरों में अपनी बेगाने हुए,
अब दुनिया की नही कोई परवाह हमें,
इश्क में तेरे इस कदर दीवाने हुए।
कही अँधेरा तो कहीं शाम होगी,
मेरी हर खुशी आपके नाम होगी,
कुछ माँग कर तो देखो.. मेरी जान
होंठों पर हँसी और हथेली पर मेरी जान होगी।
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