मुस्कुराओ… क्योंकि क्रोध में दिया गया आशीर्वाद भी बुरा लगता है और मुस्कुराकर कहे गए बुरे शब्द भी अच्छे लगते हैं।
समय के साथ रिश्तों का स्वाद भी बढ़ता है। रिश्तों की मिठास या कड़वाहट इस बात पर निर्भर करती है कि आप इसमें हर रोज़ क्या डालते हैं।
आप कितने तनाव में हैं इस पर ध्यान देने के बजाय ये याद रखें कि आप कितने भाग्यवान हैं।
खुद की सेल्फ़ी निकालना आसान है लेकिन खुद की इमेज बनाने में ज़िंदगी गुज़र जाती है।
कामयाबी सुबह के जैसी होती है, मांगने पर नहीजागने पर मिलती है।