हमारी खामोशी को हमारा घमंड मत समझना कुछ ठोकरें ऐसी खाई हैं कि अब बोलने का मन ही नहीं करता
जब रिश्ते में दरार आती है तो सामने वाले की हर बात में बुराई नजर आती है
लाख जमाने की डिग्रियां हासिल कर लो, जिस इंसान में बोलने की तमीज नहीं है, वह इंसान अनपढ़ के बराबर है ।
कोई किसी का साथ नहीं देता बस सब अपने मतलब के लिए साथ रहते हैं… जो लोग अपने होने का सबसे ज्यादा हक जताते हैं वही लोग सबसे पहले धोखा देते हैं …!
कोई इंसान खुद नहीं बदलता, जिंदगी में कुछ हादसे ऐसे हो जाते हैं.. जो इंसान को बदलने पर मजबूर कर देते हैं..!