ज्ञान होने से शब्द समझ में आने लगते हैं
और अनुभवी होने से अर्थ
खुशियां चाहे किसी के साथ भी बांट लो ,
पर अपने गम किसी भरोसेमंद के साथ ही बांटने चाहिए
कदर और वक्त भी कमाल के होते हैं
जिन की कदर करो वह वक्त नहीं देता
जिसको वक्त दो वह कदर नहीं करता
मेरी फितरत में नहीं था तमाशा करना ,
बहुत कुछ जानते थे मगर खामोश रहे…!
कुछ रिश्ते किराए के मकान जैसे होते हैं
कितना भी सजा लो कभी अपने नहीं होते…