बदल जाती है ज़िन्दगी की सच्चाई ऊस वक्त..
जब कोई तुम्हारा तुम्हारे सामने
तुम्हारा नहीं होता !!
कामयाब वो नहीं जिसके पास
पैसे की दौलत है,
कामयाब तो वो है, जिसके पास
ईमान की दौलत है..
मैं अपनी ‘जिंदगी’ में हर किसी।
को ‘अहमियतं देता हुं..* क्योंकि
जो ‘अच्छे होंगे वो ‘साथ देंगे और
जो ‘बुरे होंगे वो ‘सबक दें….
जिंदगी जीने के लिए सबक और साथ दोनों जरूरी होता है।
सिर्फ धोखा देना ही धोखा नहीं होता.. बल्कि किसी के साथ अपनेपन का झूठा नाटक करना उससे भी बड़ा धोखा होता है,
किसी पर ज्यादा नाराज होने से बेहतर है कि अपने जीवन में उसकी अहमियत कम कर दो।