“ये दिल भी बड़ी बेबस चीज है
देखता सभी को है
पर ढूढ़ता सिर्फ तुजीको है
चले गये हो दुर कुख पल के लिये,
दूरहकर भी करीब हो हर पल के लिये,
कैसे यादना आये आपकी एक पल के लिये,
जब दिल में हो आप हर पल के लिये
याद करते है, तुम्हे तनहाई में,
दिल इूबा है,गमो की गहराई में,
हमें मत दूंढना,
दुनिया की भीड़ में,
हम मिलेंग तुम्हे तुम्हारी परछाई में।
तुम पूछ लेना सुबह से,
न यकीन हो तो शाम से
ये दिल धड़कता है तेरे ही नाम से।
सफर वहीं तक है जहाँ तक तुम हो
नजर वहीं तक है जहाँ तक तुम हो।
हजारीं फूल देखे हैं इस गुलशन में मगर खुशबू वहीं तक है
जहाँ तक तुम हो