कुछ ख्वाहिशें बारिश की उन बूंदों की तरह होती है,
जिन्हें पाने के लिए हथेलियां तो
भीग जाती है
लेकिन हाथ हमेशा खाली रह जाते है।
जिंदगी मुश्किलों से भरी हुई है,
क्योंकि जंदगी को भी पता है,
कि दुनिया आसानी से मिली हुई चीजों की कदर नहीं करते।
ज्यादा खवाहिशें नही बस ज़िन्दगी का
अगला लम्हा पिछले से बेहतर हो, काफी है
जिंदगी की हर सुबह कुछ
शर्ते लेकर आती है, और
जिंदगी की हर शाम कुछ
तजुरें देकर जाती है..!
कितनी भी परेशानियां क्यों न हो..
हमेशा मुस्कुराते रहिए..
एक दिन ज़िन्दगी भी थक जाएगी..
आपको परेशान करते करते..